Deprecated: Required parameter $article follows optional parameter $type in /home/samagrarajwade/public_html/libraries/regularlabs/src/Article.php on line 57

Deprecated: Required parameter $helper follows optional parameter $type in /home/samagrarajwade/public_html/libraries/regularlabs/src/Article.php on line 57

Deprecated: Required parameter $method follows optional parameter $type in /home/samagrarajwade/public_html/libraries/regularlabs/src/Article.php on line 57
Super User

Super User

Monday, 23 July 2018 03:15

मराठी धातुकोश



अंक १ [ अंक् १ लक्षणे अंकति ] चिन्ह करणें, चिन्हिणें. इतर रूप - अंकि १.

-२ [अक् १ कुटिलायां गतौ ] चिन्ह करणें, चिन्हिणें. इतर रूप - अंकि २.

अकड [अक् १ वक्रगतौ ] अकडणें.

अकांत [अव+क्रन्द् १ आह्वाने रोदनेच, क्रंदति {द = त}] ओरडणें.

अंकि १ [ अंक् १ लक्षणे. अंकयति ( सविकरण ) ] चिन्ह करणें, चिन्हिणें. ( अंक १ पहा )

-२ [ अक् १ कुटिलायां गतौ ] चिन्ह करणें, चिन्हिणें. ( अंक २ पहा )

अंकुर [ अंकुर नामधातु, अंकुरति, अंकुरयति ] अंकुर फुटणे. उदाहरण-तुळशीची फांदी अंकुरली.

अंकुराव [ अंकुर ( ना. ) अंकुरायते ] - अंकुर फुटणें.

अंकुरैज [ अंकुरायते { अंकुराय = अंकुराइज = अंकुरैज }] अंकुर फुटणें.

अक्रस [ अव + कृष् १ विलेखने. च्लि क्स क्राक्ष् कृक्ष् क्राक्षीत् कृक्षत् ( क्ष = स )] संकोच पावणें.

अक्रुस [ अव + कृष् १ विलेखने कर्षति । च्लि क्स कृक्ष् ( ऋ = रु; क्ष = स ) ] संकोच पावणें.

अंख [ अंक् १ लक्षणे, अंकति ( क = ख )] चिन्हणें.

अखड १ [ अव + खड् १० गतिवैकल्ये लुङ् अखडीत् अविकरण ] लंगडणें. उ०- तो अखडत चालतो; पाय अखडला म्हणजे विकल झाला.

-२ [ अव + खर्व् १ दर्पे खर्वति अविकरण ] गर्विष्ठ होणें. उ०- तो मात्क्यान् अखडला म्ह० गर्विष्ठ होऊन बसला.

अंगल १ [ अंग + रा २ दाने { अंगरा = अंगल }] स्वीकारणें, देणे.

-२ [ अंग + र (स्वार्थे) (ना.) ] अंगास लावणें - लागणें.

हिंगणी -  हिंगु. २ खा व

हिंगणे -  हिंगुवनं. ,,

हिंगुवें -  हिंगु. ,,

हिंगोणी -  हिंगुवनी. ४ ,,

हिंगोणें - हिंगुवनं. १६ ,,

हिंगोणें बारी -  (गांवावरून). खा प

हिंदरूण -  सिंध } सिंधुर } निर्गुडी - सिंधरूण. खा व

हिंदळ बारी - गांवावरून. खा प

हिंदणें - सिंधु, सिंधुर (निर्गुडी) - सिंधुवनं. खा व

हिंदोल -       ,,       - सिंधुपल्लं. खा व

हिरडू - हीरीद्र.  ,,

हिराटी - हरिक - हीरकाट्टिका. खा नि

हिरापुर - हरिक - हीरकपुर २ ,,

हिवरखेडें - हिमाश्रयाखेटं. ५ खा व

हिवरी - हिमकरा. खा न

हिंवरी - हिमाश्रया. २ खा व

हिसवाहाळ - हिंसवाहालि. २ खा इ

हिसपुर - हिंस्रपुरं. ,,

हेंकळवाडी - हिंगुली (डोरली वांगी) - हैंगुलवाटिका. खा व

हेडावें - हिंडि (शिव) - हिडिवहं. खा म

हेदलवाडीघाट - हिंतालवाटिकाघाट: खा प

हेवती - हैमवती (पार्वती) - हैमवती. खा म

होडदाणें - हुड़ (एडका) - हुडुधानं. खा इ

होवरी - होमावरी (वरी = नदी). खा न

होळ - हुडु (एडका) हौडुकं. २० खा इ

----------------------------------------------------------------------

हणवंतघाट - हनुमदघाट: खा प

हत्ती - हस्तिनी. खा न

हत्ती - हस्तिन्. खा प

हत्तीदांत - हस्तिदंता. खा न

हबीबपुरा - खा मु

हमरडी - हम्मीर ( व्यक्तिनाम) - हम्मीरवाटिका. खा म

हंमीर - (खंमीर पहा).

हरकी - हर्षा. खा न

हरंगपुर - हिरंगु ( राहु ). खा म

हरणखुरी - हरिणकुहरिका. खा इ

हरणखेडें - हरिणखेटं.

हरदुली - हरदोलिका. खा म

हरपुरी - हर.  ,,

हरवकुंड - अरुहा कुंड. खा व

हरशंकर - हर - हरशंकरकं. खा म

हरिपुर - हरि.   ,,

हवल - हव्य ( आत्रिपुत्र ) - हव्यपल्लं.  ,,

हवली -      ,,        - हव्यपल्ली.     ,,

हळदबरडा - हरिद्रावरंडक: खा व

हळदाणी - हरिद्रावनी.  ,,

हळद्याघाट - गांवावरून. खा प

हळशी - सं. प्रा. पलासिका. ( शि. ता.)

हाट गोहिदें - हट्ट, हाट, अट्ट. खा नि

हाटी -     ,,       - हाटिका. ३   ,,

हाडाखेड -   ,,      - हटकखेटं. २  ,,

हातगड - हस्तिगड: खा इ

हातगांव - हस्तिन् - हस्तिग्रामं. ,,

हातटेंभुणी - हस्तिन्. ,,

हातधुई - हस्तिधुनी. ,,

हातनूर - हस्तिन् - हस्तिनापुरं. ४ ,,

हातलें -     ,,     - हस्तिपल्लं. २  ,,

हाताणें - हस्तिवनं. ,,

हातेड - हस्तिवेलं. ४ ,,

हातोडें - हस्तिवाटं. ,,

हासन - हसन्तिका (शेगडी ) - हसंतिकं. २ खा नि

हिंगण - हिंगु. खा व

हिंगणपिंपरी -     ,,       ,,

सोनखेडी - सुवर्ण, शोण - सुवर्णखेटिका खा नि

सोनगीर -      ,,        - सुवर्णगिरि. ३    ,,

सोनजें - ,, - सुवर्णपद्रं किंवा सुवर्णजं. खा नि

सोनटेक -          ,,          ,,

सोनपाडा -        ,,     - सुवर्णपाटकः    ,,

सोनबरडी -      ,,      - सुवर्णवरंडिका.   ,,

सोनवद -         ,,      - सुवर्णावर्त. ४     ,,

सोनवळ -        ,,      - सुवर्णपल्लं. ३    ,,

सोनवळी -       ,,      - सुवर्णपल्लिका.  ,,

सोनवेल -        ,,      - सुवर्णवेल्लं.    ,,

सोनशेलु -       ,,      - सुवर्णशैलं     ,,

सोनारखेडें - सुवर्णकार (जातिविशेष) - सुवर्णकारखेटं. खा म

सोनारी - सुवर्ण, शोण - सुवर्णागारिका. ३ खा नि

सोनारें -             ,,               ,,

सोनाळ -           ,,         - सुवर्णालयं.      ,,

सोनेवाडी -        ,,               ,,

सोनोटी -           ,,       - सुवर्णकुटिका.    ,,

सोपारें - सुपरि - सुपरिणा निवृत्तं नगरं सौपर्यम्.
सुपरि नामें कोणी एक व्यक्ति. त्यानें वसविलेलें जें नगर तें सौपर्यम् = सोपारें. (महिकावतीची बखर पृ. ८८ )

सोमठाणें - सुह्मस्थानं.

सोमपुर - सोम. खा म

सोमवडी - सोमवाटिका (सोमेश्वराच्या देवळावरून). मा

सोमाटणें - सोमस्थानं. मा

सोमाना - सुमान्यं - सुमान्यकं. खा नि

सोयगांव - सूदग्रामं. खा व

सोहागपूर - सौभाग्यपूरं. 

 

हट्टी - हट्ट, हाट, अट्ट - हट्टिका. २ खा नि

हडसुण - श्वन्, शुनक - ह़ट्टशुनकं. खा इ

हडसुणी -      ,,      - हट्टशुनी.     ,,

हणमंतखेडें - हनुमत् (मारुती ) - हनुमतखेटं. ५ खा म
म. धा. ४३

सुराण -       ,,      - स्वरुवनं. खा इ

सुराय -       ,,      - स्वरुआवती. ,,

सुरूर -  सूर्यपुर.  सुलतानपुर खा मु       

सुलवाडी - शूलिक (ससा). खा इ

सुलवाडें - शूलिक ( ससा ) - शालिकवाटं. २ खा इ

सुसती - श्वसन (गेळा) - श्वसनावती. खा व

सुसदें -        ,,           - श्वसनपद्रं.    ,,

सुसवड - सुषि (बीळ, ढोल) - सुषिवाटं. खा नि

सुळियें - शूलिक (ससा). खा इ

सुळी -       ,,    - शूलिका.    ,,

सुळें -         ,,    - शूलिकं. ३   ,,

सूतगांव - सूत (संकरजाति) - सूतग्रामं. खा म

सूनाबदेव - सूष्णापस् (सूनाब). खा न

सूर - सूरा.

सेउणदेश - (खानदेश पहा). ,,

सेतगांव - सेतुग्रामं. २ खा नि

सेंदवाडें - सेंद्रक (क्षत्रियोपनाम)- सेंद्रकवाटं. खा म
सेंधवा ऊर्फ पळसनेर घाट - गांवावरून. खा प

सेरूळ - शेलुपद्रं. खा व

सेर्खी - सं. प्रा. सीहरख्खी (सिंहरक्षा ). बडोदें. (शि.ता.)

सेलकुई - शैलकूपिका. खा नि

सेलखडी - शैलखलि. ,,

सेलगदा - शैल - शैलगापद्रं. २ ,,

सेलटी - शैलाट्टिका. ,,

सेलवई - शैल - शैलावती. २ ,,

सैंघवा - (खांडववन पहा).

सैतपुरी - सीता -सैतपुरी. खा म

सैताणें -     ,,   - सैतवनं.    ,,

सैदनगर -   ,,   - सैतनगर.  ,,

सैदाणी -    ,,    - सैतवाहिनी.  ,,

सैयदपुर - खा मु

सोक - शुक - शौकं. खा म

सोंगपाडा - शुंग (क्षत्रियोपनाम) - शुंगपाटक: खा म

सोंडिलें - शुंडा ( गेंडा) - शुंडापल्लं. खा इ

सोन - सुवर्ण, शोण - सुवर्ण. खा नि

सोनखडकें - सुवर्ण, शोण - सुवर्णकटकं ,,

सिराळ - श्री (लक्ष्मी ) - श्र्यालयं खा म

सिरें - शिरस् (मैदानांवरील श्रेष्ठ स्थानावरून). मा

सिर्धे - शिरोधं ( माळाच्या किंवा डोंगराच्या मधोमध वसणारें गांव). मा

सिर्‍या बरडाघाट - शिरोवरचटक घाणः खा प

सिलाटणे - शिलास्थानं. मा

सिलाली - शिलापल्ली. खा नि

सिवणी - शिवावनी. खा इ

सिवरें - शिवापुरं. ,,

सीगांव - सीमग्राम = सीवंगावं = सी अंगावं = सीगांव (भा. इ. १८३३)

सीम - } सीमा. खा नि
सींव - }

सीसोद्रा - सं. प्रा. शिरीषपद्रक. (शि. ता.)

सुकड - सुकाष्टा (कुटकी). खा व

सुकवद - शुकावर्त. खा इ

सुकळें - शुकपल्लं. खा इ

सुकापुरं - शुककपुरं. २ ,,

सुकी - शुष्का. खा न

सुकेश्वर - शुकेश्वर. खा इ

सुटकार - सूत्रकार (जातिविशेष ) - सूत्रकारकं. खा म

सुतारखेडें - ,, सूत्रकारखेटं. खा म

सुतरें - सूत (कामदेव) - सूतागारं ,,

सुंदरदें - सुंदर ( कामदेव) - सुंदरपद्रं. ,,

सुंदरपट्टी - सुंदर (कामदेव) - सुंदरपट्टिका. खा म

सुंदरपूर -              ,,                 ,,

सुदवडी - शूद्रवाटिका (शुद्र लोकांवरून). मा

सुदुंबरें - शूद्रौदुंबरं (झाड्यावरून). मा

सुनसगांव - सुनासिकाग्रामं. खा व

सुनोदें - श्वन्, शुनक - शुबकोदं. खा इ

सुपलें - शूर्प - शुर्पपल्लं. खा नि

सुपें - शूर्प = सुप्पँ = सुपें. (भा. इ. १८३३)

सुमठाणें - सुह्य (लोकनाम) सुह्यस्थानं. खा म

सुरगाणें - स्रुघ्नं. ( पा. ना.)

सुरंगाणें - सुरंगी. खा व

सुरपान - स्वरु (विंचू) - स्वरुपर्णिका. खा इ

सुरवाणी -        ,,        - स्वरुवाहिनी.  ,,

सुरवारें -            ,,        - स्वरुवारकं.    ,,

सितोड - चित्रक (चित्ता ) - चित्रकवाटं. खा इ

सिदखेड - सिद्धक्षेत्र. (सितखेड पहा)

सिंदखेड - सिंदखेट = सिंदखेड, शिंदखेड. (भा. इ. १८३३)

सिंदखेडें - सिंद (क्षत्रिय आडनांव) - सिंदखेटं. २ खा म

सिंदगव्हाण -             ,,          - सिंदगवादनी. खा म

सिंदगांव - सिंदग्रामं (सिंद नांवाच्या मराठा क्षत्रियाचें गांव.) मा

सिदनाथवाडी -सिद्ध. (व्यक्तिनाम कोश-शिदू पहा)

सिंदफडा - सिंद (क्षत्रिय आडनांव) - सिंदस्फटा. खा म

सिदवाणी - सिद्धवाहनी. ,,

सिदावाव - सिद्ध - सिद्धकवापी. ,,

सिंदाड - सिंद ( क्षत्रिय आडनांव) - सिंदवाटं. ,,

सिंदी - सिंद (क्षत्रिय आडनांव) -सिंदिका. खा म

सिंदें -           ,,           - सिंदक. २   ,,

सिधघाट - सिद्धघाटः खा प

सिधवाडी - सिद्धवाटिका. २ खा म

सिन्नर - सेउणनगर. (खानदेश पहा)

सिरडाणें - श्री ( लक्ष्मी ) - श्रीधानं. खा म

सिरधाणें -       ,,      - श्रीधानं.    ,,

सिरपुर -          ,,      - श्रीपुरं. २    ,,  

सिरवतें - श्रीप्रस्थं (श्रीचें शहर). मा

सिरवाडें - श्री (लक्ष्मी) - श्रीवाटं. ३ खा म

सिरसगांव - शिरीषग्राम. खा व

सिरसमणी - शिरीषमणिका. २ ,,

सिरसानी - शिरीषवनी. ,,

सिरसाळें - शिरीष. २ ,,

सिरसोड = शिरीषवाटं. ,,

सिरसोंडी - शिरीषवंडिका. ,,

सिरसोदें - शिरिषपद्रं. ,,

सिरसोली - शिरीष. २ ,,

सिरागड - सीरक (कमठ) - सीरकगड: खा इ

सालवड -  सालवटा. खा न

सालसिंगी -  सालशृगिका. खा व

सांवखेडें -  श्याम (तमाल) - श्यामखेटकं. १५ ,,

सावंतखेड़ें -  सामंतखेटं. खा म

सांवदें - श्यामपद्रं. ३ खा व

सांवरगांव -  शाल्मलि. ,,

सांवरट -  श्याल्मलिअट्ट. ,,

सांवरबारी -  श्याल्मलीद्वार्. खा प

सावरळें -  श्याल्मलि. खा व

सांवरें -  श्याम (तमाल). ,,

सावळखेडें -  श्याल्मलि. ,,

सांवळदें -  श्याल्मलिपद्रं. ४ ,, 

सांवळी -  श्याम ( तमाल) - श्यामपल्ली. ,,

सांवळें -  श्यामपल्लं (रंगावरुन). मा

सांवेर -  श्यामाकवेरं. खा व

साहूड - साधुवाटं. खा म

साहुर -  साधुपुरं. ,,

साळवन -  साळ. खा व

साळवें -  सालवहं. ,,

साळुंबरें -  सालौदुंबरं (साल व उंबर जेथें फार होत तें ). मा

साळेगांव -  सल्लकीग्रामं. खा व

सिकावल -  शिखावलं (मोर) - शिखावलं. खा इ

सिंगत -  सिंहगर्ता. ,,

सिंगपुर -  सिंहपुरं. ,,

सिगमाळ -  सिंहमालः ,,

सिंगायत -  सिंहायतनं. ,,

सिंगावण -  सिंहकवनं. ,,

सिगावें -  सिंहवहं. ,,

सिंघवद -  सिंहावर्त. ,,

सिंघाडी -  सिंहवाटिका. ,,

सितखेड -  सिद्धक्षेत्र = सिदखेड्ड = सिदखेड, सितखेड. (भा. इ. १८३४)

सिताण -  चित्रक (चित्ता) - चित्रकवनं. खा इ

सिताणें -       ,,            -        ,,       ,,

सिताबरडी -  नागपुरजवळ ह्या चांगाचे एक स्थळ आहे. त्याचें मूळ नांव चित्ताबरडी. चिताबरडी म्हणजे नागपूरकर भोसल्यांचे शिकारखान्यांतील चित्ते ज्या बरडीवर म्हणजे उंचवठ्यावर ठेवलेले असत तो उंचवटा. चि चा सि होऊन सिताबरडी. (भा. इ. १८३३)

सातें - सप्तकं (झाडावरून). मा

सातोद - सात्वत - सतिअ (लोकनाम) - सात्वतपद्रं. २ खा म

सातोल - सात्वत - सतिअ ( लोकनाम - सात्वतपल्लं. खा म

सादवडवण - साधृत (मोरांचा कळप) - साधृतवनं. खा म

सादडविहीर -       ,,       - साधृतविवरिक. खा इ

सादरी - साधुपुरी. खा म

सादूर - साधुपुरं.  ,,

साधनपाणी - साधनपानीयं. खा नि

साबरमती - शबरमती (शबर लोकांवरून नांव) गुजरथ.

सामनेर - सांबनीवरं. खा म

सायखेडबारी - (गांवावरून). खा प

सायगांव - साक - शाकग्रामं. खा व

सायण - साक - शाकवनं. २ ,,

सायणें - साक - ,, ३ ,,

सारखेज - सं- प्रा. साराकच्छ. खेडा, गुजराथ. (शि. ता.)

सारंगपुर - शार्ङ्गि (विष्णु, शिव) - शार्ङ्गिपुरं खा म

सारगांव - सारक (जैपाळ). खा व

सारबेटें -   ,,     - सारकवेष्टकं. २ ,,

सारदें -       ,,     - सारकपद्रं. ,,

सारवें -       ,,     - सारवहं. १२ ,,

सारसुटी - सारसवाटिका. खा इ

सारोळें - सारक (जैपाळ) - सारकपल्लं. २ खा व

सालटोक - सालतोक्मन्. ,,

सांगवी - संगमी (वाटिका) (दोन ओढ्यांच्या संगमावर असणारें गांव). मा

सांगावें - संगमं. खा नि

सांगीसें - ( सांगवीसें ) = संगमीशयं ( सांगवी खालील गांव). मा

सांजगांव - सर्जग्रामं. खा व

साजरणें - सर्जारण्यं. खा व

साजरा गोजरा - सह्यगिरि: = सज्जइरि= साजेरी = साजरा.
गुह्यगिरिः = गुज्जइरि = गुजेरी = गोजरा.
साजरागोजरा हें महाराष्ट्रांतील एका किल्ल्याचें नांव आहे.

सांजरी - सर्जपुरी. खा व

साजवाहाळ - सर्जवाहालि. खा व

सांजोरी - सर्जपुरी. ,,

सांजोळें - सर्जपल्लं. ,,

सांडवें - षंड ( वसू ) - षंडवहं. खा इ

सांडस - षंड ( वसू ) - षंडकर्षं. ,,

सांडसी - शंडिक. ठाणें. (पा. ना. )

सांडवें - शंडिक. रत्नागिरी. ,,

सातगांव - सात्वत - सतिअ (लोकनाम) - सात्वतग्रामं. खा म

सातपुडा - सप्तपुटः खा प

सातमहू - सात्वत - सतिअ (लोकनाम) - सात्वतमधूकं. खा म

सातमळा - सात्वत-सतिअ (लोकनाम) - सात्वतमलय: खा म

सातमाणें - सात्वत - सतिअ (लोकनाम). २. खा म

सातमाळ - खा प

सातरी - सप्तार्चिः खा व

सातवें - शक्तिमत्. कोल्हापूर. (पा. ना. )

सातारा - हा शब्द सितारा ह्या फारशी शब्दापासून निघाला असावा असें अनेकांचें म्हणणें आहे. माझ्या मतें हा शब्द शुद्ध मराठी आहे. सध्याच्या सातार्‍याच्या दक्षिणेस सातें म्हणून एक गांव आहे, त्याच्या जवळचा जो दरा तो सातदरा. हा सातदरा सातारा किल्ल्याच्या दक्षिणेस ऊरमोडीच्या पलीकडे जो डोंगर आहे त्याच्या कुशींत आहे. जुना सातारा म्हणून ज्याला म्हणतात तें गांव व तो दरा येथेंच होतें व आहे. पुढें महादर्‍याच्या जवळ जुन्या सातार्‍यांतील लोकांनीं येऊन वस्ती दिली, तेव्हां त्या वस्तीला सातारा हें नांव पडलें. मराठी सातारा व फारशी सितारा हे शब्द एका वेलांटीनेंच तेवढे भिन्न असल्यामुळें व फारशींत सतारा व सितारा हे दोन्ही शब्द एकाच अक्षरांनीं लिहीत असल्यामुळें सातारा हा शब्द सितारा ह्या फारशी शब्दाचा अपभ्रंश असावा, असा तर्क निघाला. परंतु मुसुलमानांचें आगमन महाराष्ट्रांत होण्याच्या पूर्वी सातदरा ऊर्फ सातारा अस्तित्वांत असल्यामुळे, हा तर्क निराधार आहे हें उघड आहे.
( महाराष्ट्र इतिहास मासिक श्रावण शके १८२६ )