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[१४५]                                        ।। श्री ।।                        २१ नोव्हेंबर १७५९.

श्रीमहाराजाधिराज श्री महाराजा श्रीराजा खेतसिंघजूदेव. एते. श्रीपंडित मुख्य प्रधान श्रीबालाजी आसिर्वाद वचना. उहाके स्माचार सदा भले चाहिजे. इहाके स्माचार भले है. आपरंच. तुमारे तरफ सीरकारका रुपया आवनेका है. सो तुम देत नही. ढील करते है. ऐसो हजूर जाहीर भयो. सो य बात नीकी नाहीं. तौ देखतपाती सीरकारका रुपया झाडियेसे पं. श्री गोविंद बलाल इतने तरफ देना. ढील नकीजौ. रुपया देनेकू ढील लगी तो तुमारे परगनाकी जफ्ती२०६ होगी. मिती मार्गशीर्ष सद २ संवत् १८१६. विशेष क्या लिखिये.