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मराठ्यांच्या इतिहासाची साधने खंड बावीसावा (१७९२-९३)

राजश्री राजे रायेरायां बाहादूर                                                        लेखांक १२६.                                                      १७१४ माघ शुद्ध १२.
याणी पत्र मागीतल्यावरून दिल्हे
रा छ १० जाखर सन १२०२.

राजश्री जोत्याजी जाधवराव गोसावि यांस-
5 अखंडितलक्ष्मीअलंकृत राजमान्य श्नो गोविंदराव कृष्ण आसीर्वाद विनंति उपरि एथील कुशल जाणून स्वकीयें लिहीत असावें विशेष राजश्री राजेरायांबाहादूर याणी वर्तमान सांगीतलें की मौजे बोडके वगैरे देहात पा टांकळी एथील कुळकर्ण राजश्री खंडोराम कुळकर्णी यांचे सात पुस्तांपासोन चालत आले आहे असें अस्तां सांप्रत मौजे मारचा मुसलमान पाटील याने तुह्मास गैरवाका वर्तमान समाजाविलें की वतन कुळकर्णीमजकूर यांचे नाही ह्मणोन पागेस पत्र आणून अटकाव केला आहे त्यास यांचा मोकासा बहुत दिवसाचा आहे यास.