Deprecated: Required parameter $article follows optional parameter $type in /home/samagrarajwade/public_html/libraries/regularlabs/src/Article.php on line 57
Deprecated: Required parameter $helper follows optional parameter $type in /home/samagrarajwade/public_html/libraries/regularlabs/src/Article.php on line 57
Deprecated: Required parameter $method follows optional parameter $type in /home/samagrarajwade/public_html/libraries/regularlabs/src/Article.php on line 57
मराठ्यांच्या इतिहासाची साधने खंड तिसरा ( १७०० -१७६०)
[१८५] श्री. १७५८.
यादी. राजश्री जानोजी भोसले यांजकडे ऐवज येणें. सु॥ समान खमसैन मया अलफ:
-------------------------------------------------------------------------------------रुपये.
२, ५०,००० | सेनासाहेबसुभा याची नजर अखेर साल पावेतो. |
५०,००० | हुजुराचा ऐवज कैलासवासी स्वामीचे नजरेचा व कर्जाचा वाड्यांतील दरसाल पावेतो. |
१०,००० | सरकारच्या असामीबद्दल. |
५,००० | कापड बाळापुरी. |
२,२५,००० | प्रांत वराड येथील बाबती सरदेशमुखीचा मक्ता. |
२,००००० पंतप्रतिनिधी १,००००० पूस अखेर १,००००० ज्येष्ठ अखेर -------------- २,००००० २५००० बावतीपैकी नजर, निमे पौष अखेर, निमे आषाढ. --------------- २,२५,००० |
|
------------------ | |
५,४०००० | |
११,००००० | मुधोजी भोसले यांस सन सबांत चांदेवराड प्रांत नेमून घ्यावा तो न दिल्हा सबब. |
------------------ | |
१६,४०,००० | |
याखेरीज राजश्रीकडील कर्जापैकी दोनतीन लक्षांचे हवाले घ्यावे. |