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मराठ्यांच्या इतिहासाची साधने खंड बावीसावा (१७९२-९३)

पत्र आपाजी बाबजी यांस                                                             लेखांक ५२.                                         १७१४ मार्गशीर्ष वद्य १२.
माहे राखर छ २६.

राजश्रिया विराजित राजमान्य राजश्री आपाजीपंत स्वामीचे सेवेसी-
पो गोविंदराव कृष्ण सां नमस्कार विनंति उपरि एथील कुशल जाणून स्वकीयें लिहित जावें विशेष मौजे आडगांव वगैरे देह पांच पा पिंपरी व मौजे सिंदबन पा सातारें व जवळी खुर्द वगैरे देह तीन पा कनड ए।। नउ गांव, जागीर रजा आलीखान यांजकडून कमाविसीने करून घेतले मौजे गणोरीस लगते जाणून केले आहेत त्यास नउ गांवचे कामकाज राजश्री माहादाजीपंत याणी वहिवाट करण्याविषई तपशीलवार राजश्री गोविंदराव तुह्मास सांगतील. त्याप्रो सदरहू गांवचा बंदोबस्त त्यांचे विच्यारें करून इकडे लेहून पाठवावे र।। छ २६ राखर बहुत काय लिहिणे लोभ कीजे हे विनंति.