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संस्कृत भाषेचा उलगडा


आवह् हे समावर्तक सर्वनामरूप आहे व आवहे हे व्यावर्तक रूप आहे. आता मध्यमपुरुषाचे अनेकवचन व द्विवचन घेऊ : ह्न

अनेकवचन

द्विवचन
(१) त्वं च स: च                            = युवाम्                   समावर्तक = अथह्
(२) त्वं च त्वं च                            = युवाम्                   व्यावर्तक = एथे
अध्वे व येथे ही मध्यमपुरुषसर्वनामरूपे अन्यव्यावर्तक आहेत व अथह् व अथ ही रूपे समावर्तक आहेत. आता प्रथमपुरुषाचे अनेकवचन व द्विवचन घेऊ :

अनेकवचन
१ स: च स: च स: च = ते                    व्यावर्तक = अंते
२ स: (समीपस्थ) च स: (दूरस्थ) च स: (अन्यग्रामस्थ) = ते
समावर्तक = अंति

द्विवचन
१ स: (पुर:स्थ:) च+स: (पुर:स्थ:) = तौ व्यावर्तक = एते
२ स: (पुर:स्थ:) च+स: (अन्यग्रामस्थ:) च = तौ समावर्तक = अतस्