Deprecated: Required parameter $article follows optional parameter $type in /home/samagrarajwade/public_html/libraries/regularlabs/src/Article.php on line 57

Deprecated: Required parameter $helper follows optional parameter $type in /home/samagrarajwade/public_html/libraries/regularlabs/src/Article.php on line 57

Deprecated: Required parameter $method follows optional parameter $type in /home/samagrarajwade/public_html/libraries/regularlabs/src/Article.php on line 57

मराठ्यांच्या इतिहासाची साधने खंड तिसरा ( १७०० -१७६०)

[५६३]                                                                        श्री.                                                                      ८ एप्रिल १७५७.

पौ चैत्र वद्य १२ शुक्रवार
शके १६७९ ईश्वरनाम.

वेदमूर्ती राजश्री दीक्षित स्वामीचे सेवेसी.
सेवक शामराव सा नमस्कार विनंति उपरि येथील कुशल ता चैत्र वद्य ५ जाणून स्वकीय कुशल लेखनाज्ञा केली पाहिजे. विशेष. स्वार जालों ते चैत्र वद्य ३ स अंबडापुरींहून पुढें पंधरा कोस लष्कर होतें तेथें पावलों. आपलीं पत्रें राजश्री शिवभटजीपाशीं दिधलीं. दुसरे दिवशीं व्यतिपातानिमित्य श्रीमंत आमचे येथें न आले. काल बृहस्पतीवारीं आले होते. हे विनंति.