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मराठ्यांच्या इतिहासाची साधने खंड तेरावा (थोरले माधवराव)

                                                                                    पत्रांक १५५.                                                    

इ. स. १७६७ आगष्ट सप्तंबर.                                                       श्री.                                                        १६८९ भाद्रपद.

श्रीमंत राजश्री चिंतोपंत तात्यासाहेब स्वामींचे सेवसी:-
आज्ञाधारक बावाजी मल्हार कुळकर्णी मौजे साकेगांव पा। सेवगांव सा। नमस्कार. विज्ञापना. मौजे मजकूरचे हिशेब कितेब मूळ रयतेचा व आपला लढा पडला, हें वर्तमान हुजूर विदित जालें, त्याजवरून स्वामींनीं रो। राघोपंत बाबा यांस मौजे मा।स चवकसीस पाठविलें. पंत मा।रनिले यांनीं गांवचे वर्तमान मनास आणून आज्ञा केली कीं, सन हजार ११६८ ता। सन हजार ११७५ चा हिशेब कुलारघवार कच्चा जमाखर्च समजाविल्याखेरीज रयतेची समजूत पडत नाहीं. त्याजवरून हा मुचलका लेहून दिल्हा असे. सदरहू लि।।प्रों अडुसष्ट ता। पंचाहत्तरपावेतों कच्चा हिशेब आपल्या सालाचा कुलारघवार समजून देऊं. हिसेबामुळें आपले अंगीं स्त्रो लागतील त्याची निशा करूं. सरकारची गुनेगारी देऊं. रो नरहरराव लक्षुमण याचे कर्जाचा हिशेबाचा अडताळा पडला आहे, तो हिशेब देऊं. छ १५ रोज ता। छ २२ माहे जलादिलावल पावेतों फडशा करूं. हे मुचलका लि।। सही. सन हजार ११७७ सु।। सन समान सितैन मया अलफ.