पत्रांक ४२२
श्री १७१८ पौष शुद्ध १३
श्रीमंत माहाराजाधिराज महाराज आलीजाह दवलतरावजी सिंदे बहादुर साहेबजी योग्यः--
माहाराज-चेतसिंह-बहादुरकै आसिर्वाद. माहाराजकी कुशलक्षेम सदां भली चाहिये. माहाराजके कृपातें इहाकें समाचार भले है. अपरंच. मकरसंक्रातके
तिल शरकरायुक्त इरसाल कीये हैं, सो कृपा करकें कबूल फर्माइयेगा और हमेंशा कृपापत्र भेजके याद फर्माया कीजिये. जादा सुभ, मीति पौष शुद्ध १३ संवत १८५३ * बहुत का लिखैं आशीर्वाद.