पत्रांक ३४२
श्री. १७१२ अधिक आषाढ वद्य १
पंश्री मुख्य प्रधान श्रीराव सवाई माधौ राइजू. येते श्री महाराजाधिराज श्रीमहाराजा श्रीराजा धौकलसिंघजू देवके बांचनै आपर उहांके समाचार भले चाहिजै. इहांके समाचार भले है. आपर जादा दिननतै अपने पाती समाचार नहीं आये है, सो लिखिवी. अरु उधरकीं इधरकी बात आगै तै येक चली आई हे. काहूतरह जुदाइगी नहीं रही है. तिहितै अव आपकौ जादा जादा चलाउ नौ, इहां तै पश्री पंडित मोरौजी कौ पठवाये है. सो हकीकति इनके कहैनानि वी. पाती समाचार लिखत रहिवी. असाढवादि १ संवत् १८४६ मु।। परना.