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मराठ्यांच्या इतिहासाची साधने खंड पंधरावा (शिवकालीन घराणी)
लेखांक ९१
१५७५ मार्गशीर्ष शुध्द १४
(शिक्का) (फारसी मजकूर) (शिक्का)
अज दिवाण किले चंदन ता। मोकदमानि वा रयानी देहाय पा। कुडाल मु॥ किले मजकूर सु॥ अर्बा खमसैन व अलफ दरीविला जोगींद्र चेला कमळनयन गोसावी मोकाम मौजे नींब पा। वाई मालूम केले जे वझ भंडारा श्री --- देव मोकाम मौजे मजकूर दर गावगाना व्रितीपत्र गला गेहू वा तुरी तालुक देहाय किले मजकूर चालिले असे ते ताकीद करून देविले पाहिजे ह्मणौउनु व्रितीपत्र दाखविले तरी बा। विरीतीपत्र साबिकाप्रमाणे वझ भंडारा देव श्री ------ मोकाम मौजे नींब यासि आदा कीजे
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